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JAVA VS PYTHON & JAVASCRIPT....

 


नमस्कार दोस्तों एक बार फिर से स्वागत हे आप सभी का आज के इस ब्लॉग में। उम्मीद है आप सभी ने मेरा इससे पहले वाला ब्लॉग देखा होगा। आज हम जानेंगे की JAVA और PYTHON LANGUAGE में से कौनसी LANGUAGE ज्यादा बेहतर है JAVA या PYTHON...


JAVA VS PYTHON
JAVA एक COMPILED LANGUAGE है जबकी PYTHON एक INTERPRETED LANGUAGE है। JAVA STATICALLY टाइप्ड है जबकि PYTHON LANGUAGE DYNIMACLLY टाइप्ड है। JAVA STRING OPERATION एक लिमिट में करता है जबकि PYTHON यह ही काम बिना कसी लिमिट के साथ कर सकता है। JAVA LANGUAGE को सिखने में आपको शायद थोड़ी मुश्किलें हो सकती है लेकिन PYTHON सिखने और यूज़ करने में JAVA से EASY रहती है। JAVA उसके CODE को READ करने के लिए कम से कम 10 लाइन लेता है जबकि PYTHON सिर्फ 2 लाइन का यूज़ करती है। PYTHON के मुकाबले JAVA का प्रोग्राम SLOW  चलता है लेकिन JAVA के मुकाबले PYTHON का प्रोग्राम FAST चलता है।

जावा वर्चुअल मशीन कोड को निष्पादित करने और बाईटेकोड को मशीन भाषा में बदलने के लिए रनटाइम वातावरण प्रदान करता है।

पायथन के लिए, दुभाषिया स्रोत कोड को मशीन-स्वतंत्र बायोटेक में अनुवाद करता है।


JAVA VS JAVASCRIPT

1:-जावास्क्रिप्ट एक OOP स्क्रिप्टिंग लैंग्वेज है जबकि जावा एक OOP प्रोग्रामिंग लैंग्वेज है।

2:-जावास्क्रिप्ट केवल ब्राउज़र में run होती है जबकि जावा कोड JVM तथा ब्राउज़र दोनों में run होता है।

3:-जावास्क्रिप्ट कोड आसान तथा COMPLICATED  नही होता है जबकि जावा कोड COMPLICATED  तथा कठिन होता है।

4:-जावास्क्रिप्ट का प्रयोग HTML के साथ DYNAMIC वेब पेज बनाने में किया जाता है जबकि जावा का प्रयोग applet का प्रयोग करके STAND-ALONE तथा LIVE APPLICATION बनाने में किया जाता है।

5:-इसे COMPILED किये बिना ही ब्राउज़र में रन कर सकते है जबकि जावा कोड को हमें compiled करना पड़ता है।

6:-जावस्क्रिप्ट जावा के मुकाबले ज्यादा प्लेटफार्म को SUPPORT करता है।

7:-जावा के ऑब्जेक्ट CLASS पर आधारित होते है जबकि जावास्क्रिप्ट के PROTOTYPE पर आधारित होती है

8:-जावास्क्रिप्ट DYNAMIC TYPED लैंग्वेज है जबकि जावा STATIC TYPED लैंग्वेज है।

9:-जावास्क्रिप्ट STAND-ALONE लैंग्वेज नही है इसको html के साथ प्रयोग किया जाता है, जबकि जावा STAND-ALONE लैंग्वेज है इसे किसी अन्य लैंग्वेज की आवश्यकता नही है।

TECH TALKS #11

आज हम जानेंगे की रिचार्ज प्लान आखिर 28,56, या 84 दिनों की वैलिडिटी के साथ ही क्यों आते है?

कंपनियां 30 दिन वैलिडिटी वाला रिचार्ज क्यों नहीं करती? दरअसल 28 दिन का रिचार्ज देने पर कंपनियां को साल में 1 महीने का फायदा होता है,कैसे??चलिए जानते है।

28x13 = 364 दिन यानि साल भर के बराबर वक्त में 12 की जगह 13 रिचार्ज करने पड़ेगे।लेकिन अब टेलीकॉम अथॉरिटी TRAI इस पर कदम उठाने जा रही है। उसने लोगो से सलाह मांगी है। तो जल्दी ही लिमिट को 30 दिन करने का आदेश सकता है।


TRICK OF THE DAY!

आज हम जानेंगे की अगर आपका फ़ोन हैक होता है तो आप क्या करे?

सबसे पहले तो इंटरनेट बंद कर दो कम से कम नुकसान ज्यादा नहीं होगा। अगर पता है की फ़ोन कोनसी APP से हैक हुआ है तो उसे UNINSTALL कर दो। और नहीं कर पा रहे हो तो उसे DISABLE करके उस APP का पूरा DATA CLEAR कर दो। सारे पासवर्ड CHANGE कर दो ताकि OTP की INFORMATION हैकर के पास ना जा पाए। फ़ोन को किसी जानकर को दिखाकर सही करवाए।

तो दोस्तों आज के ब्लॉग में बस इतना ही बाकी का अगले ब्लॉग में। अगर आपको कुछ DOUBT या QUERY है आज के ब्लॉग में तो आप होम सेक्शन से मेरी प्रोफाइल के नीचे CONTACT US का बटन देख पाएंगे। उस पे क्लिक करेंगे तो आप के सामने एक फॉर्म ओपन हो जायेगा उसे फील करके SUBMIT कर दीजिये। में आपका ANSWER आपकी E -MAIL या अगले ब्लॉग में दे दूंगा। तब तक के लिए BYE - BYE………

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